बालों का झड़ना कैसे बंद करें
बालों गिरना यानी हेयर फॉल इन दिनों आम समस्या बन गई है। बालों के झड़ने को एलोपेशिया कहते हैं। ये समस्या महिला और पुरुष दोनों को होती है। हालांकि, पुरुषों में इसका ज्यादा असर देखने को मिलता है। पुरुषों में तो यह गंजेपन तक पहुंच जाती है। इसका समय पर इलाज करना बहुत जरूरी है। बाल झड़ने की समस्या जीवनशैली और खानपान में आए बदलाव से जुड़ी है। ये समस्या कई बार हेयर प्रोडक्ट्स में मिले केमिकल के कारण भी हो सकती है। ऐसे में बहुत से लोग घरेलू उपाय अपनाते हैं, जो नेचुरल और आयुर्वेदिक होता है। बालों को झड़ने से रोकने में घरेलू नुस्खे भी बहुत काम आते हैं।
क्यों झड़ते हैं बाल?
कहते हैं, हर दूसरा व्यक्ति हेयर फॉल की परेशानी से जूझ रहा है। मेडिकल साइंस में बालों का झड़ना यानी गंजापन दो तरह के होते हैं। सामान्य तौर पर हेयर फॉल की समस्या 30 साल के बाद से शुरू हो जाती है। पुरुषों में इसे मेल पैटर्न बाल्डनेस कहते हैं। जहां पुरुषों में ये समस्या गंजेपन तक जाती है, महिलाओं में ये उतना प्रभावी नहीं है, लेकिन महिलाओं के सिर के बाल कम हो जाते हैं, बाल पतले हो जाते हैं।
बाल झड़ने के कारण
बाल झड़ने के कुछ आम कारण हैं। जैसे असंतुलित आहार, जीवनशैली में बदलाव, आनुवंशिकता, या कई बार कुछ दवाओं के दुष्प्रभाव। कई बार जगह और पानी का भी प्रभाव पड़ता है। पानी में आर्सेनिक या अन्य केमिकल्स के मिले होने के कारण भी हेयर फॉल की समस्या होने लगती है। कभी-कभी किसी लंबी बीमारी या सर्जरी के कारण भी बाल झड़ने की परेशानी आती है। कई बार थायरॉयड, सेक्स हार्मोन में असंतुलन, पोषाहार में कमी, जिंक, बायोटिन की कमी के कारण भी बाल झड़ने की समस्या सामने आती है।
इसके अलावा बाल झड़ने के ये कारण भी हो सकते हैं।
- फंगल इंफेक्शन
- विटामिन ए का ओवरडोज
- थायराइड
- मनोवैज्ञानिक तनाव
- रेडियोथेरेपी या कीमोथेरेपी
- स्टेरॉयड का नियमित सेवन
हेयर फॉल रोकने के घरेलू उपाय
अभी तक हमने बालों के झड़ने के कारण के बारे में इस लेख में जाना, आइए अब जानते हैं इसे रोकने के लिए कुछ घरेलू और आयुर्वेदिक उपाय के बारे में। हेयर फॉल यानी बालों को झड़ने से रोकने के लिए हमें सबसे पहले अपने जीवनशैली में बदलाव करने की आवश्यकता होती है। इसमें सबसे पहले जंक फूड के सेवन को कंट्रोल करना और फल के साथ हरी सब्जियों का अधिक सेवन करना शामिल है। इसके अलावा हमें तनाव कम करने की जरूरत होती है। इसके साथ प्राणायाम और योगासन को जीवनशैली में शामिल करना चाहिए। जिससे तनाव कम होने में सहायता होगी।
कई बार प्रदूषित वातावरण में रहने के कारण भी बाल झड़ते हैं। ऐसे में हमें कोशिश करना चाहिए कि हम जहां रह रहे हैं, वह जगह साफ-सुथरी और प्रदूषण रहित हो। रात में ज्यादा देर तक नहीं जागना चाहिए। केमिकल युक्त शैम्पू का प्रयोग नहीं करना चाहिए। खाने में मौसमी फल का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करना चाहिए। कई बार महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान या मेनोपॉज के बाद बाल झड़ने की समस्या सामने आती है, इसके लिए संतुलित आहार और तनाव रहित जीवन शैली को अपनाने की आवश्यकता है।
प्याज का रस
बालों का झड़ना कम करने के लिए प्याज, लहसुन और अदरक को फायदेमंद माना गया है। लहसुन, प्याज या अदरक का रस सिर में लगाकर मसाज करने से झड़ते बालों को रोकने में मदद मिलता है। इसे हर दिन सोने से पहले करना चाहिए और सुबह अच्छी तरह से बालों को धो लेना चाहिए। प्याज में सल्फर की मात्रा होती है, जो टिशु में मौजूद कोलाजेन को बढ़ाती है। जिससे बाल झड़ना कम हो जाता है।
तेल से मसाज
कोई भी प्राकृतिक तेल जैसे, ऑलिव ऑयल, नारियल तेल, कनोला ऑयल या सरसों के तेल से सिर में मसाज करना काफी फायदेमंद होता है। तेल से स्कैल्प में रोज मसाज करने से झड़ते बालों से राहत मिलती है। तेल से मसाज के बाद सिर पर एक शॉवर कैप पहन कर करीब एक घंटे तक सिर को ऐसे ही रहने दें इसके बाद सिर को शैंपू से धो लें। इससे सिर में रक्त प्रवाह तेज होता है। बालों को झड़ने से रोकने के लिए बादाम का तेल भी बहुत ही उपयोगी है।
हिना और मेथी का पाउडर
बालों को झड़ने से रोकने के लिए हिना और मेथी का पाउडर काफी उपयोगी माना गया है। इसके लिए हिना और मेथी पाउडर को मिलाकर पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को बालों में लगाकर थेड़ी देर सूखने के बाद बालों को सादे पानी से धो लें। ऐसा रोज करने से बालों का झड़ना कम हो जाता है।
ग्रीन टी
ग्रीन टी को भी बालों का झड़ने के रोकने के लिए एक अचूक दवा माना गया है। ग्रीन टी को बाल झड़ने की दवा के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसके लिए ग्रीन टी को एक कप पानी में मिलाकर बालों में लगा लें, फिर इसे करीब एक घंटे तक वैसे ही छोड़ दें। ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो बालों को झड़ने से रोकने में मदद करता है। हां, ध्यान रहे ग्रीन टी पीने से बालों को झड़ने के रोकने में कोई मदद नहीं मिलता है।
नमक और काली मिर्च
बालों के झड़ने से रोकने के लिए घरेलू उपाय में नमक और काली मिर्च को भी शामिल कर सकते हैं। 1-1 चम्मच पिसा हुआ नमक और काली मिर्च को पांच चम्मच नारियल तेल में मिलाकर गंजेपन वाले स्थान पर लगाने से बाल आ जाते हैं।
अनार के पत्ते
अनार के पत्ते को भी बाल झड़ने की दवा के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। अनार के पत्तों का रस निकाल पत्तों की लुगदी को 100 ग्राम लेकर आधा लीटर सरसों के तेल में मिलाकर पकाएं, जब ये अच्छी तरह से पक जाए तो आग से उतार कर तेल को छान लें और कांच की शीशी में रख लें। अब इस तेल को गंजेपन वाले भाग में लगाकर मसाज करें। इसे बाकी सिर में भी लगा सकते हैं, इससे बालों का झड़ना रुक जाता है और नए बाल उगते हैं।
नीम और बेरी के पत्तों का जूस
झड़ते बालों को रोकने के लिए नीम और बेर के पत्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए नीम और बेर के पत्तों को पानी में देर तक उबालें। उसके बाद पानी को ठंडा होने दें, फिर इसे पानी से सिर के बालों को धोएं। बाल धोने के बाद नीम के तेल का प्रयोग करें, इससे बालों का झड़ना बंद हो जाता है।
नींबू और नारियल तेल
नींबू और नारियल तेल से बालों को झड़ने से रोका जा सकता है। इसके लिए नींबू के रस में दो गुना नारियल का तेल मिलाकर अंगुलियों से सिर पर धीरे-धीरे मालिश करना चाहिए। ये नुस्खा बालों को झड़ने से रोकने में काफी फायदेमंद माना गया है। ये टूटते बालों के लिए भी काफी फायदेमंद है।
हरसिंगार के बीज
हरसिंगार के बीज को बालों को झड़ने से रोकने के लिए काफी लाभदायक माना गया है। इसके लिए हरसिंगार के बीजों को पीसकर लेप बना लें, फिर इसे नियमित तौर पर सिर पर लगाएं, करीब एक घंटे बाद सिर को अच्छी तरह से धो लें। ये बालों के झड़ने और गंजेपन से राहत के लिए काफी फायदेमंद नुस्खा है।
परवल
परवल को भी बाल झड़ने से रोकने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसके लिए परवल के पत्तों को पीसकर रस निकाल लें और उसको सिर पर लगाएं। ऐसा 2 से 3 महीने तक करने से बालों का झड़ना धीरे-धीरे बिल्कुल बंद हो जाता है।
बालों का झड़ना वैसे तो आम बीमारी है, लेकिन जब इसके लक्षण काफी जटिल हो जाए तो डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए। कहते हैं, अगर सही समय पर सही इलाज मिल जाए तो बालों को झड़ने से रोका जा सकता है। इन सबसे अलावा हम एक बार फिर आपको बता दें कि एक बेहतर जीवन शैली को अपनाकर बालों को झड़ने से रोका जा सकता है।
Disclaimer: यह लेख सामान्य रूप से उपलब्ध जानकारी के आधार पर है। अगर इन घरेलू उपायों के बाद किसी तरह की परेशानी महसूस करते हैं, तो इसे बिल्कुल न करें और तुरंत अपने नजदीकी डॉक्टर से सम्पर्क करें। कोशिश करें कि ये सभी उपाय किसी जानकार शख्स के देख-रेख में करें।