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अमावस्या कृष्ण पक्ष,रविवार
मृगशिरा मास
हेमंत,पिंगल 2081
अमावस्या कृष्ण पक्ष,रविवार
मृगशिरा मास
हेमंत,पिंगल 2081
त्यौहार
मार्गशीर्ष अमावस्या
त्यौहार
मार्गशीर्ष अमावस्या

शुभ-अशुभ समय

शुभ मुहूर्त
शुभ मुहूर्त
11:27 AM से 12:09 PM
11:27 AM से 12:09 PM
राहुकाल
राहुकाल
3:48 PM से 5:08 PM
3:48 PM से 5:08 PM
गुलिक काल
गुलिक काल
2:28 PM से 3:48 PM
2:28 PM से 3:48 PM
यमघण्टकाल
यमघण्टकाल
11:48 AM से 1:08 PM
11:48 AM से 1:08 PM

सूर्यास्त-सूर्योदय

सूर्योदय
6:27 AM
सूर्योदय
6:27 AM
सूर्यास्त
5:08 PM
सूर्यास्त
5:08 PM
MoonRise
चंद्रोदय
6:27 AM
MoonRise
चंद्रोदय
6:27 AM
MoonSet
चन्द्रास्त
5:00 PM
MoonSet
चन्द्रास्त
5:00 PM

आज का पंचांग

तिथि
कृष्ण पक्ष अमावस्या
11:49 AM तक
11:49 AM तक
नक्षत्र
अनुराधा
2:24 PM तक
2:24 PM तक
योग
सुकर्मा
4:34 PM तक
4:34 PM तक
करण
नाग
11:48 AM तक
11:48 AM तक
महीना अमान्त
कार्तिक
महीना पूर्णिमांत
मृगशिरा
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2081 (पिंगल)
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11 December, 2024
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11 December, 2024
गुरुवायुर एकादशी
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मत्स्य द्वादशी
13 December, 2024
प्रदोष व्रत
13 December, 2024
हनुमान जयन्ती *कन्नड़
13 December, 2024
कार्तिगाई दीपम्
14 December, 2024
दत्तात्रेय जयन्ती
14 December, 2024
रोहिणी व्रत
15 December, 2024
मार्गशीर्ष पूर्णिमा
15 December, 2024
पूर्णिमा उपवास
15 December, 2024
अन्नपूर्णा जयन्ती
15 December, 2024
त्रिपुर भैरवी जयन्ती
15 December, 2024
धनु संक्रान्ति
16 December, 2024
पौष प्रारम्भ *उत्तर
18 December, 2024
संकष्टी चतुर्थी
22 December, 2024
भानु सप्तमी
22 December, 2024
कालाष्टमी
26 December, 2024
सफला एकादशी
26 December, 2024
मण्डला पूजा
28 December, 2024
प्रदोष व्रत
28 December, 2024
शनि त्रयोदशी
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मासिक शिवरात्रि
30 December, 2024
पौष अमावस्या
30 December, 2024
दर्शवेला अमावस्या
30 December, 2024
सोमवती अमावस्या
30 December, 2024
हनुमान जयंती
मां काली, मां तारा, मां षोडशी, मां भुवनेश्वरी और मां बगलामुखी शक्ति समृद्धि महायज्ञ
अमावस्या शक्ति समृद्धि 5 महाविद्या अनुष्ठान

मां काली, मां तारा, मां षोडशी, मां भुवनेश्वरी और मां बगलामुखी शक्ति समृद्धि महायज्ञ

शत्रुओं से सुरक्षा और प्रचुरता पाने के लिए

puja venue
शक्तिपीठ कालीघाट मंदिर, कोलकत्ता, पश्चिम बंगाल
puja date
1 दिसम्बर, रविवार, मार्गशीर्ष अमावस्या
51,000 शिव रूद्र मंत्र जाप एवं आरोग्य मूर्ति धन्वंतरि शक्ति हवन
कार्तिगाई मासम सोमवार 11 ब्राह्मण विशेष

51,000 शिव रूद्र मंत्र जाप एवं आरोग्य मूर्ति धन्वंतरि शक्ति हवन

अच्छे स्वास्थ्य और तनाव मुक्त जीवन का आशीर्वाद पाने के लिए

puja venue
एट्टेलुथुपेरुमल मंदिर, तिरुनेलवेली, तमिलनाडु
puja date
2 दिसम्बर, सोमवार, कार्तिगाई मासम सोमवार
51,000 महामृत्युंजय मंत्र जाप और शिव सहस्रनाम रुद्राभिषेक पूजन
सोमवार ज्योतिर्लिंग चंद्र दर्शन विशेष

51,000 महामृत्युंजय मंत्र जाप और शिव सहस्रनाम रुद्राभिषेक पूजन

अच्छे स्वास्थ्य और लंबी उम्र के आशीर्वाद के लिए

puja venue
श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर, खंडवा, मध्य प्रदेश
puja date
2 दिसम्बर, सोमवार, मार्गशीर्ष शुक्ल प्रतिपदा

सम्पूर्ण पंचांग, Varanasi

दिनांक 1 दिसम्बर, 2024अमावस्या कृष्ण पक्ष,रविवारमृगशिरा मासहेमंत,पिंगल 2081 में
Varanasi में शुभ मुहूर्त 11:27 AM से 12:09 PM तकहै। जिसमें गुलिक काल 2:28 PM से 3:48 PM  तक है।
और राहुकाल 3:48 PM से 5:08 PM तक रहेगा।काल का समय यमघण्टकाल 11:48 AM से 1:08 PM तक है।
Varanasi में सूर्यास्त-सूर्योदय
सूर्योदय 6:27 AM और सूर्यास्त 5:08 PM का समय है।
चंद्रोदय 6:27 AM और चंद्रोदय का समय 6:27 AM है।
हसंपूर्ण पंचांग के अनुसार तिथि कृष्ण पक्ष अमावस्या 11:49 AM तक है। हवहीं नक्षत्र अनुराधा 2:24 PM तक है।
योग सुकर्मा 4:34 PM तक है।करण नाग 11:48 AM तक है।
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आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang)

पंचांग हिंदू धर्म में समय और तिथियों को समझने के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण साधन है। यह भारतीय ज्योतिषीय गणनाओं के आधार पर दिन के सभी प्रमुख पहलुओं की जानकारी प्रदान करता है। आज के दिन की गतिविधियों को सफल और शुभ बनाने के लिए पंचांग का उपयोग करना अत्यंत लाभकारी होता है। इसमें प्रमुख रूप से तिथि, वार, नक्षत्र, योग, करण, शुभ मुहूर्त, सूर्योदय और सूर्यास्त की जानकारी होती है। आइए जानते हैं आज के पंचांग की विस्तार से जानकारी।

तिथि

तिथि पंचांग का एक प्रमुख हिस्सा होती है। तिथि से यह ज्ञात होता है कि चंद्रमा की स्थिति किस प्रकार की है और आज का दिन कौन सा है। हिंदू धर्म में हर तिथि का अपना महत्व है, जैसे एकादशी व्रत, पूर्णिमा या अमावस्या पर विशेष पूजा और व्रत किए जाते हैं। आज की तिथि जानकर आप अपने धार्मिक कार्यों को सही समय पर कर सकते हैं।

वार

वार यानी सप्ताह का दिन। पंचांग के अनुसार, हर वार का भी अपना महत्व होता है। जैसे सोमवार को भगवान शिव की पूजा की जाती है, मंगलवार को हनुमानजी का दिन माना जाता है। वार से यह पता चलता है कि आज किस देवता की पूजा-अर्चना की जानी चाहिए ताकि दिन शुभ रहे।

नक्षत्र

नक्षत्र चंद्रमा की स्थिति को दर्शाते हैं। पूरे दिन में कौन सा नक्षत्र चल रहा है, इसका ज्ञान पंचांग से होता है। शुभ कार्यों के लिए नक्षत्र का विशेष महत्व होता है। कुछ नक्षत्र शुभ होते हैं जिनमें शादी, गृह प्रवेश या अन्य मांगलिक कार्य किए जाते हैं, जबकि कुछ नक्षत्र अशुभ माने जाते हैं जिनमें इन कार्यों को टाला जाता है।

योग

पंचांग में योग भी शामिल होता है, जो कि समय के अनुसार बदलता रहता है। योग का ज्ञान शुभ-अशुभ घटनाओं का संकेत देता है। अगर आज कोई शुभ योग है, तो यह किसी विशेष कार्य की सफलता का सूचक हो सकता है। वहीं, अशुभ योग होने पर कार्य को स्थगित करना उचित माना जाता है।

करण

करण पंचांग का वह हिस्सा है जो तिथि को दो हिस्सों में विभाजित करता है। यह बताता है कि किस समय का उपयोग शुभ कार्यों के लिए किया जा सकता है। करण का सही ज्ञान होने से आप अपने दिन को बेहतर बना सकते हैं और अनुकूल समय में अपने कार्यों को संपन्न कर सकते हैं।

शुभ मुहूर्त

आज का पंचांग शुभ मुहूर्त की जानकारी भी देता है। हिंदू धर्म में शुभ मुहूर्त का विशेष महत्व होता है। चाहे वह विवाह हो, व्यापार का आरंभ हो या फिर कोई धार्मिक अनुष्ठान हो, शुभ मुहूर्त जानकर आप अपने कार्यों को सफल बना सकते हैं। पंचांग में दिन के अनुसार, सबसे शुभ समय को बताया जाता है जिसे 'अभिजीत मुहूर्त' भी कहा जाता है।

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

आज के पंचांग में सूर्योदय और सूर्यास्त के समय का भी विशेष उल्लेख होता है। हिंदू धर्म में सूर्योदय और सूर्यास्त के समय का धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व होता है। सूर्योदय के समय किए गए धार्मिक कार्य अधिक फलदायी होते हैं। साथ ही, शाम के समय सूर्य को अर्घ्य देना शुभ माना जाता है।

आज का चंद्रमा और चंद्रदर्शन

पंचांग में चंद्रमा की स्थिति और चंद्रदर्शन की जानकारी भी दी जाती है। आज का चंद्रमा किस राशि में है और किस समय उगेगा, इसका विवरण पंचांग में दिया जाता है। व्रत या उपवास रखने वाले लोगों के लिए चंद्रदर्शन का विशेष महत्व होता है।

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