सूर्य ग्रहण: पहले एवं बाद के जरूरी कार्य (Solar Eclipse 2024: Important Tasks Before And After)
सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना है जिसका प्रभाव संपूर्ण ब्रह्माण्ड पर पड़ता है। लेकिन कुछ साधारण उपाय हैं, जिनका पालन करने से आपको सूर्य ग्रहण के प्रभाव से काफी हद तक मुक्ति मिल सकती है। आज हम आपको इस लेख में यही बताएंगे कि किन सामान्य उपायों से आप सूर्य ग्रहण के दुष्प्रभाव से बच सकते हैं।
सूर्य ग्रहण के तुरंत बाद किए जाने वाले कार्य: (Actions To Be Taken Immediately After Solar Eclipse:)
सूर्य ग्रहण समाप्ति के तुरंत बाद सर्वप्रथम आपको स्नानादि से निवृत्त होकर स्वच्छ हो जाना चाहिए। यदि संभव हो तो स्नान किसी पवित्र नदी में करना अधिक लाभदायक माना जाता है। इसके उपरांत ग्रहण काल में आपने जिन वस्तुओं के दान करने का संकल्प लिया था, उन सभी का दान विधिवत करना चाहिए। सूर्य ग्रहण के उपरांत घर को अच्छे से साफ करें और गंगाजल और सामान्य जल से घर को स्वच्छ बनाएं। इसके बाद ताजा भोजन पका कर वही भोजन खाएं और यदि कोई पुराना खाद्य पदार्थ बचा है, जो ग्रहण से पूर्व के समय का था, तो उसे प्रयोग में ना लाएं। भोजन से पूर्व संभव है तो गौ ग्रास निकालें अर्थात पहली रोटी गौ माता को खिलाएं। यदि आपके घर में कोई मंदिर है तो भगवान के पहने हुए कपड़े बदले और नए वस्त्र पहनाकर उनकी विधिवत पूजा-अर्चना करें। सूर्य देव के किसी मंत्र का जाप करना भी लाभदायक रहेगा। जिन व्यक्तियों की कुंडली में सूर्य देव की महादशा या अंतर्दशा अथवा प्रत्यंतर दशा चल रही हो उन्हें विशेष रूप से सूर्य देव की शांति करनी चाहिए। चूंकि यह सूर्य ग्रहण वृषभ राशि में घटित हुआ है इसलिए वृषभ राशि के लोगों को विशेष रूप से सूर्य शांति करानी चाहिए। बाकी सभी राशि के लोगों को भी सूर्य की भावानुसार स्थिति के अनुसार उचित उपाय करने चाहिए। यह उपाय हमारे अन्य लेख में उपलब्ध हैं।
सूर्य ग्रहण के बाद किए जाने वाले कुछ सामान्य उपाय: (Some Common Measures To Be Taken After Solar Eclipse:)
सूर्य देव हमारे जीवन में आत्मा के कारक ग्रह हैं, इसलिए सूर्य ग्रहण होना हमारे लिए अशुद्धि का कारण बनता है क्योंकि यह हमारी आत्मा से जुड़ा होता है। इसलिए सूर्य ग्रहण के दुष्प्रभाव को दूर करने के लिए हमें अपने अंदर सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने की आवश्यकता होती है क्योंकि वातावरण में अत्यंत नकारात्मकता फैल जाती है, जिससे हमारा जीवन प्रभावित होता है।
माना जाता है कि ग्रहण के बाद सूर्य देव से संबंधित चीजों का दान करना और सूर्य देव के मंत्रों का जाप करना अत्यधिक लाभकारी होता है। यदि आपकी कुंडली में सूर्य देव की स्थिति खराब है और वह प्रतिकूल भावों के स्वामी हैं तो किसी योग्य ब्राह्मण से तुरंत सूर्य शांति कराएं। इसके विपरीत यदि आपकी कुंडली में सूर्य की अच्छी स्थिति है अथवा सूर्य कुंडली के अच्छे भाव के स्वामी है तो आपको सूर्य देव की प्रसन्नता प्राप्त करने के लिए सूर्य ग्रहण वाले दिन संध्या समय में सूर्य गायत्री मंत्र का जाप करें।