जुग जुग जियसु ललनवा भजन | Jug Jug Jiya Su Lalanwa Ke Bhajan
"जुग जुग जियसु ललनवा" ये भजन एक ऐसा भजन है जो भगवान श्री कृष्ण के प्रति अपार श्रद्धा और भक्ति को दिखाता है। जब आप इस भजन को गाते हैं, तो आप कृष्ण के प्रेम और आशीर्वाद को अनुभव कर पाते है। ये भजन न केवल कृष्ण के दिव्य रूप की स्तुति करता है, बल्कि आपके जीवन को भी सुख-शांति और समृद्धि से भर देता है।
जब आप "जुग जुग जियसु" का उच्चारण करते हैं, तो आप भगवान श्री कृष्ण से प्रार्थना करते हैं कि वह आपके जीवन में हमेशा खुशियाँ लाए और आपका साथ कभी न छोड़े। यह भजन आपकी आत्मा को शांति और संतुलन प्रदान करता है, और आपके हर कार्य में भगवान की कृपा का आभास होता है। आप महसूस करते हैं कि श्री कृष्ण का आशीर्वाद आपके साथ है, और उनकी दिव्य उपस्थिति आपके जीवन को रोशन कर रही है।
जुग जुग जियसु ललनवा लिरिक्स | Jug Jug Jiya Su Lalanwa Ke Lyrics
जुग जुग जियसु ललनवा,
भवनवा के भाग जागल हो,
ललना लाल होइहे,
कुलवा के दीपक मनवा में,
आस लागल हो ॥
आज के दिनवा सुहावन,
रतिया लुभावन हो,
ललना दिदिया के होरिला जनमले,
होरिलवा बडा सुन्दर हो ॥
नकिया तहवे जैसे बाबुजी के,
अंखिया ह माई के हो
ललन मुहवा ह चनवा सुरुजवा त सगरो,
अन्जोर भइले हो ॥
सासु सुहागिन बड भागिन,
अन धन लुटावेली हो
ललना दुअरा पे बाजेला बधइया,
अन्गनवा उठे सोहर हो ॥
नाची नाची गावेली बहिनिया,
ललन के खेलावेली हो
ललना हंसी हंसी टिहुकी चलावेली,
रस बरसावेली हो ॥
जुग जुग जियसु ललनवा,
भवनवा के भाग जागल हो
ललना लाल होइहे,
कुलवा के दीपक मनवा में,
आस लागल हो ॥