हेरी सखी मंगल गावो री भजन | Heri Sakhi Mangal Gavo Ri Bhajan
"हेरी सखी मंगल गावो री" ये भजन आपको भक्ति और आनंद की एक अलग अनुभूति कराता है। इस भजन में सखियाँ मिलकर भगवान के मंगल गीत गाती हैं, जिससे वातावरण में पवित्रता और खुशहाली फैलती है। जब आप इसे सुनते हैं, तो ऐसा लगता है मानो आप भी सखियों के संग होकर, भगवान का स्वागत कर रहे हों।
यह भजन आपको उनके प्रेम, आनंद और दिव्यता का अनुभव कराता है, और आपके मन को सुकून और शांति से भर देता है। इस मधुर भजन के संग, आपकी भक्ति और भगवान के प्रति श्रद्धा गहरी होती जाती है।
हेरी सखी मंगल गावो री लिरिक्स | Heri Sakhi Mangal Gavo Ri Lyrics
चोख पुरावो, माटी रंगावो,
आज मेरे पिया घर आवेंगे
खबर सुनाऊ जो,
खुशी ये बताऊँ जो,
आज मेरे पिया घर आवेंगे ॥
हेरी/ओरी सखी मंगल गावो री,
धरती अम्बर सजाओ री,
उतरेगी आज मेरे पिया की सवारी,
हेरी कोई काजल लाओ री,
मोहे काला टीका लगाओ री,
उनकी छब से दिखूं में तो प्यारी,
लक्ष्मी जी वारो , नजर उतारो,
आज मेरे पिया घर आवेंगे ॥
रंगो से रंग मिले, नए-नए ढंग खिले,
खुशी आज द्वारे मेरे डाले है डेरा,
पीहू पीहू पपीहा रटे,
कुहू कुहू कोयल जपे,
आँगन-आँगन है परियो ने घेरा,
अनहद नाद. बजाओ रे सब-मिल,
आज मेरे पिया घर आवेंगे ॥
चोख पुरावो, माटी रंगावो,
आज मेरे पिया घर आवेंगे
खबर सुनाऊ जो,
खुशी ये बताऊँ जो,
आज मेरे पिया घर आवेंगे ॥